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Best Dushmani Shayari In Hindi

Dushmani Shayari In Hindi – दोस्तों अपने दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए हम लाये हैं Dushmani Shayari in Hindi. दोस्तों जीवन में कुछ लोग न चाहते हुए भी दुश्मन बन जाते हैं। इस दौरान अपने गुस्से को जताने का एक अच्छा तरीका दुश्मनी शायरी भी है। आज हम आपके लिए खतरनाक Dushmani Shayari लेकर आए हैं। यहां आपको दुश्मनी वाली शायरी नए अंदाज में पढ़ने को मिलेंगी। ये Attitude वाली Dushmani Shayari आपको बहुत पसंद आएगी जिनको आप अपने दुश्मन को जलाने के लिए उसे भेज सकते या स्टेटस लगा सकते हैं ।

Dushmani Shayari In Hindi

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Dushmani Shayari in Hindi

बहुत खूब किया मेरे दुश्मनों ने,
अनजान बन के चतुराई शुरू कर दी,
कोशिश की पर मुझ सा न बन सके,
फिर पीठ पीछे मेरी बुराई शुरू कर दी।

उसका एक ही उद्देश्य था मुझे गिराना,
दोस्ती करके मेरी जिंदगी को तबाह करना,
मैंने भी राह में आगे बढ़ते हुए कहा,
थोड़ी और मेहनत कर यदि मुझ तक है पहुंचना।

खूब मेहनत की और आगे बढ़ गया,
लेकिन अपनी नजरें कहीं नहीं झुकाई,
मेरे दुश्मन खुद जले और खूब जलते रहे,
मैंने किसी के जीवन में आग नहीं लगवाई।

मैं बदला लेने में विश्वास नहीं रखता,
बस खुद की मेहनत पर जोर देता हूं,
तोड़ दिया था जिन दुश्मनों ने मुझे,
उन्हें मैं निचोड़ कर रख देता हूं।

एक दिन गिरा देंगे मुझे दुनिया की नजरों से,
ऐसा मैं नहीं मेरे दुश्मन कहते रहते हैं,
मैं तो हाथी हूं जनाब मेरा रौब अलग है,
निकल जाता हूं गली से, कुत्ते भौंकते रहते हैं।

अच्छा मानते हो मुझे तो मैं तुम्हारा यार ही हूं,
दुश्मनी करने वालों का बाप और सरकार हूं,
जो कहना है सामने ही कहने की हिम्मत रख,
दुश्मनी भी अच्छे से निभाऊंगा मैं मक्कार नहीं हूं।

जिनकी औकात नहीं कुछ मेरे सामने,
वो हमें अपनी औकात दिखाते हैं,
दुश्मनी करने वालों एक बात सुन लो,
हाथ जोड़ते हो तुम जहां, वो यहां सिर झुकाते हैं।

अभी सिर्फ दोस्ती ही देखी है तुमने मेरी ,
अभी तो दुश्मनी का सबक सिखाना बाकी है,
दोस्त था तो जान लुटा देता था तुम पर,
दुश्मनी कैसे निभाता हूं ये बताना बाकी है।

गैरों के साथ मिलकर तू अपनी औकात दिखा गया,
झूठे थे तेरे सारे जो जजबात वो दिखा गया,
अरे क्या कमी रह गई थी तेरी भलाई करने में,
दुश्मनी करके जो तू अपनी औकात दिखा गया।

दिया था साथ तेरा हर मुसीबत में,
फिर दोस्ती को अपनी क्यों अधूरा कर दिया,
दुश्मन नहीं थे मेरे इस जहान में सुन ले,
और तूने उस कमी को भी पूरा कर दिया।

दुश्मनों को भी खबर है मेरी,
तभी तो मेरा नाम हमेशा लिया करते हैं,
छुपा लेते हैं मेरे आते ही अपने खंजर को,
नजरें उठाने पर सलाम किया करते हैं।

करीब थे वो दिल के, अब दुश्मन बन गए,
गैरों के साथ मिलकर हौसले भी तन गए,
खंजर ही घोपेंगे वो भी तेरी पीठ पर सुन,
छोड़कर मुझे तुम जिनके मुरीद बन गए।

यह सब तो है बस सब्र मेरा,
लेकिन मैं तुमसे डरा नहीं हूं,
दुश्मनी कर भेले ही छोड़ गए तुम मुझे,
मैं जिंदा हूं अभी तक मरा नहीं हूं।

दुश्मन को जलाने वाली शायरी

खूब मेहनत की और आगे बढ़ गया,
लेकिन अपनी नजरें कहीं नहीं झुकाई,
मेरे दुश्मन खुद जले और खूब जलते रहे,
मैंने किसी के जीवन में आग नहीं लगवाई।

बेबस सा छोड़कर चल दिए गैरों की ओर,
दुश्मनी से तेरी अभी मैं डरा हूं नहीं,
वो कहते हैं कि मिटा देंगे हसती तेरी,
बता दो उन्हें मैं पहाड़ हूं, जर्रा नहीं।

तू दोस्ती को निभा भी नहीं सकता,
दुश्मनी को सही से जता भी नहीं सकता,
दुश्मन है आज तू मेरा, गलती क्या है मेरी,
तू तो किसी का साथ निभा भी नहीं सकता।

सुनो आज यह बात फिर से तुम्हें बताता हूं,
कान खोलकर सुन लो ये जो बात सुनाता हूं,
माना कि कर ली हमसे दुश्मनी तुमने,
दुश्मनी को भी मैं बड़ी शिद्दत से निभाता हूं।

अपने थे जो कभी अब वो सब पराए हैं,
छोड़ गए साथ मेरा अब गैरों के हम साए हैं,
दिया करते थे मिसाल दोस्ती की जो कभी,
वो सभी अब दुश्मनी पर उतर आए हैं।

सच को चादर ओढ़े देखा तो,
झूठ के फसाने नजर आए,
ध्यान दिया जब दुश्मनों पर मैंने,
दोस्त कई पुराने नजर आए।

ब्लेड की तेज धार से भी,
पेड़ एकदम गिर नहीं सकता,
दुश्मन लाख होशियार सही,
लेकिन मुझे नहीं हरा सकता।

मुझे नीचा दिखाने वाले मेरी ऊंचाई देख सकें,
दोस्ती छोड़ने वाले मेरी दुश्मनी देख सकें,
ऊपर वाला दुश्मनों को लम्बी उम्र दे,
ताकी वो सभी मेरी तरक्की देख सकें।

दुश्मनी से तेरी वाकिफ हूं,
मत समझो नादान मुझे,
सारे राज जानता हूं तेरे,
आंख खोल पहचान मुझे।

जाने क्या तू औकात मेरी,
मैं दुश्मनों का नवाब हूं,
सच्चों के लिए अच्छा हूं,
झूठों के लिए खराब हूं।

दुश्मनों की रूह कांप जाती है,
दोस्तों की जान कहलाते हैं,
रिश्ता चाहे कैसा भी हो हमसे,
हम बड़ी शिद्दत से निभाते हैं।

डरता नहीं दुश्मनों से,
बस एक खुदा से डरता हूं,
दुश्मनों के इलाके से,
मैं सर उठा के गुजरता हूं।

आज कामयाबी कदम चूमती है,
और हम जीते हैं बड़ी शान से,
तभी तो जलते रहते हैं दुश्मन,
मेरी तरक्की और मेरे नाम से।

जान देता हूं दोस्तों पर अपने,
दोस्तों के लिए मैं ताकत हूं,
बन गए हैं जो दुश्मन मेरे,
मैं उनके लिए बड़ी आफत हूं।

रहमत में अपनी छुपा लेना मेरे मौला,
दुश्मनों को मुझ से बचा लेना मेरे मौला।

मजा तो दुश्मन से लड़ने में है,
चुप रहकर सुकून में नहीं,
जो समझते हैं कि डर जाऊंगा बातों से,
तो सुन डरना तो अपने मैं खून से भी नहीं।

Dushman par Shayari

ये कह कर मुझे मेरे दुश्मन हँसता छोड़ गए,
तेरे दोस्त काफी हैं तुझे रुलाने के लिए.

हम अपने से ज्यादा दुश्मनो पर नज़र रखते हे।
इसलिए तो, कब अपने दुश्मन बन जाते हे पता ही नहीं चलता।।

दुश्मनी भी आवश्यक है
जब बातें, अधिकार, चरित्र एवं सम्मान की हो।

रिश्ते में प्यार की ताक़त कुछ वक़्त बीत जाने के बाद पता चलती हे,
वरना पहली मुलाकात में तो दुश्मन भी प्यार से बाते करता हे।

जीस्म पर खरोच दे दोगे तो चलेगा
मगर आत्मसम्मान पर खरोच और
दुश्मनी बिल्कुल भी बर्दाश्त नही करूंगा

दुश्मन और सिगरेट को जलाने के बाद,
उन्हे कुचलने का मज़ा ही कुछ और होता है.

कुछ न करने से उलझन होती हे खुद को,
और कुछ कर जाने से उलझन होती हे दुसरो को।

समय कितना भी खराब हो
मैं उधार दुश्मनी एहसान नही लेता….

तुझसे अच्छे तो मेरे दुश्मन निकले,
जो हर बात पर कहते हैं.. ‘तुम्हें नहीं छोड़ेंगे.

दुश्मनी लौट कर जरूर आएंगे
आपकी सफलता देख कर

Attitude Dushmani Status in Hindi

कभी ख़ुद को मेरे प्यार में भुला कर देख,
दुश्मनी अच्छी नहीं मुझे दोस्त बना करे देख.

मेरी नाराज़गी पर हक़ मेरे अहबाब का है बस,
भला दुश्मन से भी कोई कभी नाराज़ होता है.

अभी तो बदला लेना बाकी है
हाँ अकेले है और अकेले ही दुश्मनी काफी है

Dushmani Status Hindi

हम अपने से ज्यादा दुश्मनो पर नज़र रखते हे।
इसलिए तो, कब अपने दुश्मन बन जाते हे पता ही नहीं चलता।।

दुश्मनी लाख सही ख़तम न कीजिये रिश्ता,
दिल मिलें या न मिलें हाथ मिलाते रहिये.

जो दिल के करीब थे वो जबसे दुश्मन हो गए
जमाने में हुए चर्चे हम मशहूर हो गए.

हिफाज़त गेरो से तो कर लेते,
लेकिन कोई अपना ही दुश्मनी पर उतर गया था,
जिसको हमसफ़र चुना था हमने,
वो अपने वादों से मुकर गया।

मेरी खोपड़ी
की झोपड़ी हिलाया न…. दुश्मन
तो तेरी हस्ती की बस्ती जला दूंगा….

मुझसे दोस्ती ना सही तो दुश्मनी भी ना करना
क्यूंकि में हर रिश्ता पूरी शिददत से निभाता हूँ .

तुमसे अच्छे तो मेरे दुश्मन निकले,
हर बात पर कहते हे की,
तुझे नहीं छोड़ेंगे।

खुद नवाजे तुझे मुझसे बेहतर,
मगर तू मेरे लिए तरसे

दुश्मनों ने जो दुश्मनी की हैं,
दोस्तों ने भी क्या कमी की हैं.

जगह ही नही दिल में अब दुश्मनों के लिए,
कब्ज़ा दोस्तों का कुछ ज्यादा ही हो गया है .

गलतियां माफ कीजिये
दुश्मनी नही..

वो जो बन के दुश्मन हमे जीतने को निकले थे,
कर लेते अगर मोहब्बत तो हम ख़ुद ही हार जाते.

मैं हैराँ हूँ कि क्यूँ उस से हुई थी दोस्ती अपनी,
मुझे कैसे गवारा हो गई थी दुश्मनी अपनी.

हर शख्स है खुदा बनने में मशरूफ
ये तमाशा भी खुदा देख रहा है..

Gangster Shayari

दुश्मनी से मेरा कोई वास्ता नही,
पर मेरे से करोगे तो बचने का कोई रास्ता नही है !

शख्सियत दमदार हो तभी तो दुश्मन बनते हैं,
वरना कमजोर को पूछता कौन है !

जब दुश्मनी में मजा आने लगता है तो,
साले दुश्मन माफी मांगने लग जाते हैं !!

भाई बोलने का हक मैंने सिर्फ बहनों को दिया है !
वरना दुश्मन तो आज भी हमें बाप के नाम से पहचानते है !

दुश्मन और सिगरेट को जलाने के बाद,
उन्हे कुचलने का मजा ही कुछ और होता है !

करोगे दोस्ती तो बढ़ेगी यारी,
वरना दुश्मनी तुम्हे पड़ जाएगी भारी !

इक्का कितना भी उछले लेकिन,
हुकूमत बादशाह ही करता है !!

हाथ में खंजर ही नहीं आँखों में पानी भी चाहिए,
ऐ खुदा दुश्मन भी मुझे खानदानी चाहिए !

जो दिल के करीब थे वो जबसे दुश्मन हो गए
जमाने में हुए चर्चे हम मशहूर हो गए !

इतने अमीर तो नहीं कि सब कुछ खरीद ले,
पर इतने गरीब भी नहीं हुए कि खुद बिक जाएँ !

चलती है गाड़ी उड़ती है धूल,
जलते हैं दुश्मन खिलते हैं फूल !!

दुश्मनी लौट कर जरूर आएंगे,
आपकी सफलता देख कर !!

दुश्मनी वाली शायरी | Dushmani Wali Shayari

दुश्मनी से मेरा कोई वास्ता नही,
पर मेरे से करोगे तो बचने का कोई रास्ता नही है !

दुश्मन के सितम का खौफ नही,
हमको हम तो दोस्तो के रूठ जाने से डरते हैं !

लो आज चक्कर लगाने जाते हैं,
दुश्मन की गली में देखना हैं,
अपने दिल की धड़कने तेज होती या दुश्मन की !!

वाकिफ कहाँ दुश्मन हमारी उड़ान से,
वो कोई ओर थे जो हार गये तूफ़ान से !

मेरे चाहने वाले बहुत अच्छे हैं,
और मेरे दुश्मन मेरे सामने अभी बच्चे हैं !!

हमारे Attitude को देख कर,
दुश्मन भी दोस्त बन जाते हैं !

यह जो सर पर घमंड का ताज रखते हैं,
सुन लो दुनिया वालों हम इनके भी बाप लगते हैं !!

हम अपने से ज्यादा दुश्मनो पर नज़र रखते हैं,
इसलिए तो कब अपने दुश्मन बन जाते,
पता ही नहीं चलता है !!

दुश्मनी मंजूर है साहब,
किसी के तलवे चाटना हमारे उसुलो के खिलाफ है !

खुश रहो या खफा रहो,
हमेशा दूर और दफा रहो !

हम अपने दुश्मनो को भी बहुत मासूम सजा देते हैं,
नही उठाते उस पर हाथ बस नजरो से गिरा देते हैं !

Dushman ki Shayari

दुश्मनी तो कर ली तूने,
तू अब किस ओर जाएगा,
छुप न पाएगीं तेरी करतूतें,
हमारा जब दौर आएगा।

कद में जो बहुत छोटे हैं,
वो दुश्मनी क्या निभाएंगे,
औकात कर लो हमसे भिड़ने की,
तब दुश्मनी हम भी निभाएंगे।

दुश्मनों के दिलों में डर और,
खुदा मेरे दिल में मौजूद रहता है,
छूकर कहीं खाक मत हो जाना,
क्योंकि लहू में मेरे बारूद रहता है।

मेरे हार जाने का वो,
न जाने कब से इंतजार कर रहे हैं।
कम अकल हैं मेरे सारे दुश्मन,
अपना समय बेकार कर रहे हैं।

औकात नहीं है जिनकी खाक बराबर,
वो हमें दुश्मनी का पैगाम दे रहे हैं,
अपनी जुबां से मुझे रोज याद करते हैं,
और उसे हौसले का नाम दे रहे हैं।

जगह नहीं बची दिल में दोस्तों के लिए,
गिना भी नहीं सकता इतने जख्म दिए,
दोस्त थे कभी, आज वो दुश्मन हो गए,
दिल नहीं करता किसी से दोस्ती के लिए।

सुनकर यह कैसा फसाना हो गया,
दुश्मन हमारा सारा जमाना हो गया,
हम करते रहे भलाई यारों की और,
दुश्मनों से ही उसका याराना हो गया।

मेरे दुश्मनों की ठोकरों ने मुझे,
सही रास्ता दिखाया है,
दोस्तों से खाकर धोखा,
अपनी मंजिल तक पहुंचाया है।

जिसका नाम शामिल,
मेरी धड़कनों में था,
जरूरत पड़ी तो वो शख्स,
मेरे दुश्मनों में था।

आखिर पछता रहे हो न,
तुम हमसे मुंह मोड़कर,
बाल भी बांका नहीं कर सके,
तुम हमसे दुश्मनी जोड़कर।

जब जरूरत थी दोस्त की,
तो कभी उसका जबाव न मिला,
दुश्मनों में शामिल हो गया वो,
अच्छा दिया उसने दोस्ती का सिला।

Dushmani Shayari

हाथों में सिर्फ खंजर नहीं,
उसकी आंखों में पानी भी होना चाहिए,
दुश्मन मेरा जो भी बने खुदा,
उसपर भी खुदा की महरबानी होनी चाहिए।

कभी लगता है कि दुश्मन ही करीब हैं,
जो हर दिन मेरा नाम ले लेते हैं,
अपनों की ही क्या तारीफ करूं मैं,
मुसीबत के समय भाग लेते हैं।

मिलते-मिलते भी लोग मुकर जाते हैं,
संग चलने वाले भी दुश्मन हो जाते हैं,
दुनिया में किसे कहूं अब अपना,
वक्त आने पर दोस्त भी छोड़कर चले जाते हैं।

खामोश रहूं तो दुनिया बदनाम करती है,
महफिल में रहूं तो बातें परेशान करती हैं,
जो दोस्त थे आज वो दुश्मनों के संग हैं,
अकेले में मुझे उसकी यादें हैरान करती हैं।

उसकी दुश्मनी का शोर,
मुद्दतों से मेरे कानों में गूंजता रहा,
और मैं पागलों के जैसे,
उसकी दोस्ती को यादों में ढूंढता रहा।

चेहरे की झूठी मुस्कुराहटें सब कहती हैं,
दुश्मनों की जिंदगी सिर्फ जलने में बीत जाती है।

निगाहों में ले कर घूमा हूं तो सिर्फ तरक्की की चमक,
दुश्मनों की निगाहों में अब वो खटकने लगी है।

दोस्तों यहां एकदम नई Dushmani Shayari In HIndi का कलेक्शन मौजूद है, जिनके जरिए आप अपना संदेश अपने दुश्मनों तक भेज सकते हैं। और साथ ही दुश्मन को जलाने वाले स्टेटस अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में भी शेयर कर सकते हैं। बस ध्यान दें कि किसी से भी दुश्मनी करना सही नहीं है।

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