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Desh Bhakti Shayari in Hindi | देश भक्ति शायरी सुविचार

दोस्तों आज का यह आर्टिकल desh bhakti shayari in hindi पर आधारित है. कहते हैं हर इंसान में देशभक्ति जन्मजात होती है बस उसे जगाने की जरूरत होती है | इसलिए आज हम जोश व जुनून से भरी Desh Bhakti Shayari का बेहद ही प्यारा व खुबसूरत संग्रह लेकर आये है |

Desh Bhakti Shayari in Hindi: दोस्तों देशभक्ति की भावना ही देश के सभी लोगों को करीब लाती है चाहे वह किसी भी शहर अथवा राज्य का हो या किसी भी धर्म का हो। देशभक्ति का मतलब सिर्फ देशभक्त होने का दावा करना या देश के झंडे का भावुकता से जय जयकार करना ही नहीं होता, बल्कि हमारे हृदय में अपने देश की तमाम कमियों को दरकिनार करके इसके प्रति सम्मान, निष्ठा और भक्ति के साथ अपनी मातृभूमि पर विपत्ति के समय बड़े से बड़ा त्याग और बलिदान देना ही सच्ची देशभक्ति होती है।

इसलिए हम आपके लिए Best Desh Bhakti Shayari hindi और English में लायें हैं.आप इन Desh Bhakti शायरी को सोशल मीडिया पर शेयर कर देश के प्रति अपनी भावना व प्यार जाहिर कर सकते है |

Desh Bhakti Shayari in Hindi

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desh bhakti shayari

Desh Bhakti Shayari is a type of poetry that expresses deep love and loyalty for their country. It captures the feelings that flow deep within the hearts of patriots. Let’s dive into the fascinating world of Desh Bhakti Shayari and look at all of its different parts.

जब आँख खुले तो धरती हिन्दुस्तान की हो
जब आँख बंद हो तो यादेँ हिन्दुस्तान की हो
हम मर भी जाए तो कोई गम नही लेकिन
मरते वक्त मिट्टी हिन्दुस्तान की हो।

अब तक जिसका खून न खौला,
वो खून नहीं वो पानी है
जो देश के काम ना आये ,
वो बेकार जवानी है

desh bhakti shayari

अगर मैं जन्म लू दुबारा इंसान में
भगवन देना मिट्टी हिन्दुस्तान की
होंठो पे गंगा हो हाथो में तिरंगा हो

अब तक जिसका खून न खौला,
वो खून नहीं वो पानी है
जो देश के काम ना आये ,
वो बेकार जवानी है

कभी सनम को छोड़ के देख लेना,
कभी शहीदों को याद करके देख लेना,
कोई महबूब नहीं है वतन जैसा यारो,
मेरी तरह देश से कभी इश्क करके देख लेना..

दे सलामी इस तिरंगे को जिससे तेरी शान है.
सिर हमेशा ऊँचा रखना इसका जब तक दिल में जान हैं .

कुछ नशा तिरंगे की आन का है,
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है,
हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा,
नशा ये हिन्दुस्तां के सम्मान का है.

मेरी धडकनो में धडकता रहे तु,
मेरे देश तुझको नमन है मेरा,
जीऊं तो जुबां पर तेरा नाम हो
मरूं तो तिरंगा कफन हो मेरा।.

मैं भारत बरस का हरदम अमित सम्मान करता हूँ
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ,
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,
तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ।.

आज़ादी की कभी शाम ना होने देंगे,
शहीदों की कुर्बानी बदनामी ना होने देंगे,
बची हो जो एक बूंद भी लहू की तब तक
भारत माँ का आँचल नीलाम ना होने देंगे !.

चले आओ मेरे परिंदों लौट कर अपने आसमान में,
देश की मिटटी से खेलो, दूर-दराज़ में क्या रक्खा है

शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले,
वतन पे मर मिटनेवालों का बाकी यही निशां होगा

जो देश के लिए शहीद हुए
उनको मेरा सलाम है
अपने खूं से जिस जमीं को सींचा
उन बहादुरों को सलाम है

खून से खेलेंगे होली,
अगर वतन मुश्किल में है
सरफ़रोशी की तमन्ना
अब हमारे दिल में है

खुशनसीब हैं वो जो वतन पर मिट जाते हैं,
मरकर भी वो लोग अमर हो जाते हैं,
करता हूँ उन्हें सलाम ए वतन पे मिटने वालों,
तुम्हारी हर साँस में तिरंगे का नसीब बसता है…

लिख रहा हूं मैं अजांम जिसका कल आगाज आयेगा,
मेरे लहू का हर एक कतरा इकंलाब लाऐगा
मैं रहूँ या ना रहूँ पर ये वादा है तुमसे मेरा कि,
मेरे बाद वतन पर मरने वालों का सैलाब आयेगा

मुझे ना तन चाहिए, ना धन चाहिए
बस अमन से भरा यह वतन चाहिए
जब तक जिन्दा रहूं, इस मातृ-भूमि के लिए
और जब मरुँ तो तिरंगा कफ़न चाहिये

अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नहीं
सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नहीं

इतनी सी बात हवाओं को बताये रखना
रौशनी होगी चिरागों को जलाये रखना
लहू देकर की है जिसकी हिफाजत हमने
ऐसे तिरंगे को हमेशा दिल में बसाये रखना

देशभक्तों से ही देश की शान है
देशभक्तों से ही देश का मान है
हम उस देश के फूल हैं यारों
जिस देश का नाम हिंदुस्तान है

army desh bhakti shayari

Our armed forces are the real guardians of our country’s freedom, so we should give them all the praise we can. Through touching Army Desh Bhakti Shayari, we honor these brave people who stand tall and protect our borders with unwavering courage. “As the tricolor flies high, our soldiers march toward the horizon with courage.”

army desh bhakti shayari

चैन ओ अमन का देश है मेरा, इस देश में दंगा रहने दो!
लाल हरे में मत बांटो, इसे शान ए तिरंगा रहने दो

जब आँख खुले तो धरती हिन्दुस्तान की हो:
जब आँख बंद हो तो यादेँ हिन्दुस्तान की हो:
हम मर भी जाए तो कोई गम नही लेकिन,
मरते वक्त मिट्टी हिन्दुस्तान की हो।

दिलों की नफरत को निकालो,
वतन के इन दुश्मनों को मारो,
ये देश है खतरे में ए -मेरे -हमवतन,
भारत माँ के सम्मान को बचा लो!!

मैं मुल्क की हिफाजत करूँगा
ये मुल्क मेरी जान है
इसकी रक्षा के लिए
मेरा दिल और जां कुर्बान है

वतन की मोहब्बत में खुद को तपाये बैठे है,
मरेगे वतन के लिए शर्त मौत से लगाये बैठे हैं!

लुटेरा है अगर आजाद तो अपमान सबका है,
लुटी है एक बेटी तो लुटा सम्मान सबका है,
बनो इंसान पहले छोड़ कर तुम बात मजहब की,
लड़ो मिलकर दरिंदों से ये हिंदुस्तान सबका है।

ना सरकार मेरी है ना रौब मेरा है,
ना बड़ा सा नाम मेरा है,
मुझे तो एक छोटी सी बात का गौरव है,
मै हिन्दुस्तान का हूँ और हिन्दुस्तान मेरा है,
जय हिन्द

गूंज रहा है दुनिया में भारत का नगाड़ा,
चमक रहा आसमान में देश का सितारा,
आजादी के दिन आओ मिलकर करें दुआ,
की बुलंदी पर लहराता रहे तिरंगा हमारा।

जो देश के लिए शहीद हुए
उनको मेरा सलाम है
अपने खूं से जिस जमीं को सींचा
उन बहादुरों को सलाम है..

मुझे ना तन चाहिए, ना धन चाहिए
बस अमन से भरा यह वतन चाहिए
जब तक जिन्दा रहूं, इस मातृ-भूमि के लिए
और जब मरुँ तो तिरंगा कफ़न चाहिये

ऐ मेरे वतन के लोगों तुम खूब लगा लो नारा
ये शुभ दिन है हम सब का लहरा लो तिरंगा प्यारा
पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने है प्राण गँवाए
कुछ याद उन्हें भी कर लो जो लौट के घर न आये

लिख रहा हूँ मैं अंजाम, जिसका कल आगाज आएगा,
मेरे लहू का हर एक कतरा इंकलाब लाएगा.

ज़माने भर में मिलते हे आशिक कई ,
मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता ,
नोटों में भी लिपट कर, सोने में सिमटकर मरे हे कई ,
मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होता

मैं भारत बरस का हरदम सम्मान करता हूँ,
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ,
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,
तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ

कर जस्बे को बुलंद जवान
तेरे पीछे खड़ी आवाम
हर पत्ते को मार गिरायेंगे
जो हमसे देश बटवायेंगे

अपनी धरती अपना हैं ये वतन, मेरा है मेरा है ये वतन,
इस पर जो आॅंख उठाएगा, जिंदा दफना दिया जाएगा
मुझे जान से भी प्यारा है ये वतन..

कतरा – कतरा भी दिया वतन के वास्ते ,
एक बूँद तक ना बचाई इस तन के वास्ते ,
यूं तो मरते है लाखो लोग हर रोज़ ,
पर मरना तो वो है जो जान जाये वतन के वास्ते …

आओ झुक कर करें सलाम उन्हें,
जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है,
कितने खुशनसीब हैं वो लोग,
जिनका खून वतन के काम आता हैं…

तैरना है तो समंदर में तैरो नालों में क्या रखा हैं,
प्यार करना है तो देश से करो औरों में क्या रखा हैं…

15 august desh bhakti shayari

The 15th of August is a very important day in our past. On that day, India gained its independence. Check out our Independence Day wishes to send to your family and friends. The most important thing about 15 August Desh Bhakti Shayari is that it shows the joy of being free. “Every morning, our country woke up, threw off its chains, and embraced the prose of liberty.”

इस वतन के रखवाले हैं हम,
शेर ए जिगर वाले हैं हम,
मौत से हम नहीं डरते,
मौत को बाँहों में पाले हैं हम।
वन्दे मातरम

15 august desh bhakti shayari

देश के लिए मर मिटना कुबूल है हमें,
अखंड भारत के सपने का जूनून है हमें।
जय हिन्द Happy Independence day

तीन रंग का नहीं वस्त्र, ये ध्वज देश की शान है,
हर भारतीय के दिलों का स्वाभिमान है,
यही है गंगा, यही हिमालय, यही हिन्द की जान है,
और तीन रंगों में रंगा हुआ ये अपना हिन्दुस्तान है।
जय हिन्द स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

फरिस्ते सिर्फ आसमान में नहीं रहते हैं,
जमीन ए हिंद पर उन्हें जवान कहते हैं।
Happy Independence day

कुछ कर गुजरने की गर तमन्ना उठती हो दिल में,
भारत माँ का नाम सजाओ
दुनिया की महफिल में।
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

मैं भारतवर्ष का हरदम अमिट सम्मान करता हूँ
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ,
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,
तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ।
जय हिन्द

बर्फ के पहाड़ों पर आग सा जलता है,
रेत के रेगिस्तान में वो हिम सा ठहरता है।
एक फौजी ही तो है जनाब,
जो देश पर मर कर भी जिंदगी जी जाता है।।

लहराएगा तिरंगा अब सारे आसमान पर,
भारत का ही नाम होगा सबकी जुबान पर,
ले लेंगे उसकी जान या खेलेंगे अपनी जान पर,
कोई जो उठाएगा आंख हिंदुस्तान पर।

करता हूँ भारत माता से गुजारिश कि तेरी भक्ति के सिवा कोई बंदगी न मिले,
हर जनम मिले हिन्दुस्तान की पावन धरा पर या फिर कभी जिंदगी न मिले..!!

फांसी चढ़ गए और सीने पर गोली खाई,
हम उन शहीदों को प्रणाम करते हैं,
जो मिट गए देश पर, हम उनको सलाम करते हैं !
स्‍वतंत्रता दिवस मुबारक हो

काले गोरे का भेद नहीं
इस दिल से हमारा नाता है
कुछ और न आता हो हमको
हमें प्यार निभाना आता है
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

मरने के बाद भी जिसके नाम मे जान हैं,
ऐसे जाबाज़ सैनिक हमारे भारत की शान है।

तिरंगा हमारा है शान-ए-जिंदगी
वतन परस्ती है वफा-ए-जमी,
देश के लिए मर मिटना कुबूल है हमें,
अखंड भारत के स्वप्न का जुनून है हमें..!!
Happy Independence Day

ना सरकार मेरी है ! ना रौब मेरा है !
ना बड़ा सा नाम मेरा है ! मुझे तो एक छोटी सी बात का गौरव है ,
मै “हिन्दुस्तान” का हूँ और “हिन्दुस्तान” मेरा है जय हिन्द

फना होने की इज़ाजत ली नहीं जाती,
ये वतन की मोहब्बत है जनाब पूछ कर की नहीं जाती!
वंदे मातरम् !

संस्कार और संस्कृति की शान मिले ऐसे,
हिन्दू मुस्लिम और हिंदुस्तान मिले ऐसे
हम मिलजुल के रहे ऐसे की
मंदिर में अल्लाह और मस्जिद में राम मिले जैसे

ना जियो धर्म के नाम पर ना मरो धर्म के नाम पर,
इंसानियत है धर्म वतन का बस जियो वतन के नाम पर!!

यह बात हवाओं को भी बताए रखना,
रोशनी होगी चिरागों को जलाए रखना,
लहू देकर जिसकी हिफाजत हमने की,
ऐसे तिरंगे को सदा दिल में बसाए रखना
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
देशभक्तों से ही देश की शान है,
देशभक्तों से ही देश की शान है,
हम उस देश के फूल हैं यारो
जिस देश का नाम हिंदुस्तान है

आन देश की शान देश की देश की हम संतान है,
तीन रंगों से रंगा तिरंगा, अपनी ये पहचान है
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

26 january desh bhakti shayari

26 january desh bhakti shayari

सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा,
हम बुलबुले है इसके ये गुलसिता हमारा।

बलिदानों का सपना जब सच हुआ,
देश तभी आजाद हुआ,
आज सलाम करे उन वीरों को,
जिनकी शहादत से ये भारत गणतंत्र हुआ।

अलग है भाषा,
धर्म जात और प्रांत,
पर हम सब का एक है,
गौरव राष्ट्रध्वज तिरंगा श्रेष्ठ।

नफरत बुरी है ना पालो इसे,
दिलों में खलिश है निकालो इसे,
न तेरा, न मेरा, न इसका न उसका,
ये सबका वतन है संभालो इसे।

चढ़ गये जो हंसकर सूली,
खाई जिन्होंने सीने पर गोली,
हम उनको प्रणाम करते हैं,
जो मिट गए देश के लिए,
हम उनको सलाम करते हैं।

तिरंगा लहरायेंगे,
भक्ति गीत गुनगुनाएंगे,
वादा करो इस देश को,
दुनिया का सबसे प्यारा देश बनायेंगे।

भारत के गणतंत्र का,
सारे जग में मान है,
दशकों से खिल रही,
उसकी अदभुत शान हैं।

तैरना है समुद्र में तेरो,
नदी नालों में क्या रखा हैं,
प्यार करना है तो वतन से करों,
इन बेवफा लोगों में क्या रखा हैं।

कुछ कर गुजरने की गर तमन्ना उठती हो दिल में,
भारत माँ का नाम सजाओ दुनिया की महफिल में।

काँटों में भूल खिलाएं,
इस धरती को स्वर्ग बनायें,
आओ सबको गले लगायें
हम गणतंत्र का पर्व मनाएं।

नफरत करना है बुरी बात,
देश की उन्नति के लिए चाहिए सब का साथ,
न करो तेरा-मेरा ये देश तो है हम सब का।

मै भारत बरस का हरदम अमित सम्मान करता हूँ,
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ,
मुझे चिंता नही है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,
तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ।

आन देश की शान देश की,
देश की हम संतान है,
तीन रंगों से रंगा तिरंगा,
अपनी ये पहचान हैं।

आजादी का जोश कभी कम न होने देंगे,
जब भी जरुरत पड़ेगी देश के लिए जान लूटा देंगे,
क्योंकि भारत हमारा देश है,
अब दोबारा इस पर कोई आंच न आने देंगे।

वतन हमारा मिसाल मोहब्बत की,
तोड़ता है दीवार नफरत की,
खुशनसीबी हमारी जो मिली जिंदगी इस चमन में,
भुला न सकेंगे इसकी खुशबु सातों जन्म में।

भारत के गणतंत्र का, सारे जग में मान,
दशकों से खिल रही, उसकी अद्भुत शान,
सब धर्मो को देकर मान रचा गया इतिहास का,
इसलिए हर देशवासी को इसमें है विश्वास।

चलो फिर से आज वो नजारा याद कर लें,
शहीदों के दिलो में थी जो वो ज्वाला याद कर लें,
जिसमें बहकर आजादी पहुची थी किनारे पे,
देशभक्ति के खून की वो धारा याद कर लें।

दिल एक है जान एक है हमारी,
हिंदुस्तान हमारा है ये शान है हमारी।

मैं तो सोया था गहरी नींद में,
सरहद पर था जवान जगा रात सारी,
ये सोच कर नींद मेरी उड़ गयी,
जवान कर रहा रक्षा हमारी।

दाग गुलामी का धोया है जान लुटा कर,
दीप जलाये है कितने दीप भुझा कर,
मिली है जब यह आज़ादी तो फिर इस आज़ादी को,
रखना होगा हर दुश्मन से आज बचाकर।

desh bhakti shayari 2 line

भारत माता से गुजारिश कि तेरी भक्ति के सिवा कोई बंदगी न मिले
हर जनम मिले हिन्दुस्तान की पावन धरा पर या फिर कभी जिंदगी न मिले

आओ झुक कर सलाम करे उनको जिनके हिस्से मे ये मुकाम आता है
खुसनसीब है वो खून जो देश के काम आता है

मिटा दिया है वजूद उनका जो भी इनसे भिड़ा है
देश की रक्षा का संकल्प लिए जो जवान सरहद पर खड़ा है

सीने में ज़ुनू, ऑखों में देंशभक्ति की चमक रखता हुँ
दुश्मन की साँसें थम जाए, आवाज में वो धमक रखता हुँ

न पूछो ज़माने को क्या हमारी कहानी है
हमारी पहचान तो सिर्फ ये है की हम सिर्फ हिन्दुस्तानी हैं

अनेकता में एकता ही इस देश की शान है
इसीलिए मेरा भारत महान है

चूमा था वीरों ने फांसी का फंदा
यूँ ही नहीं मिली थी आजादी खैरात में

चैन ओ अमन का देश है मेरा, इस देश में दंगा रहने दो
लाल हरे में मत बांटो, इसे शान ए तिरंगा रहने दो

जो भरा नही है भावों से, जिसमे बहती रसधार नही
वो हृदय नही है पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं

सो गये जो ओढ़ तिरंगा भारत माँ की गोद मे
होंगे ऐसे वीर पैदा फिर से माँ की कोख में

आजाद, भगत सिंह जैसे इस देश में जन्में वीर यहाँ
कुर्बानी की इनकी गाथाएं गाता है ये सारा जहाँ

सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
देखना है ज़ोर कितना बाज़ू-ए-क़ातिल में है

मैं जला हुआ राख नहीं, अमर दीप हूँ
जो मिट गया वतन पर, मैं वो शहीद हूँ

वतन की मोहब्बत में खुद को तपाये बैठे है
मरेगे वतन के लिए शर्त मौत से लगाये बैठे हैं

मन को खुद ही मगन कर लो
कभी-कभी शहीदों को भी नमन कर लो

जशन आज़ादी का मुबारक हो देश वालो को
फंदे से मोहब्बत थी हम वतन के मतवालो को

यदि प्रेरणा शहीदों से नहीं लेंगे तो ये आजादी ढलती हुई साँझ हो जायेगी
और पूजे न गए वीर, तो सच कहता हूँ कि नौजवानी बाँझ हो जायेगी

चाहता हूँ कोई नेक काम हो जाए
मेरी हर साँस इस देश के नाम हो जाए

जलते भी गये कहते भी गये आजादी के परवाने
जीना तो उसी का जीना है, जो मरना वतन पर जाने

Conclusion:

Desh Bhakti Shayari serves as a melodic bridge that connects our hearts to the soul of our nation. दोस्तो हमारी पोस्ट Desh Bhakti Shayari in Hindi को पढ़ने के लिये आपका शुक्रिया। अगर आपको हमारी Desh Bhakti Shayari पसंद आई है तो हमे कमेंट करके ज़रूर बताये, और इससे सम्बन्धित कुछ भी सुझाव अगर आप हमे देना चाहते हो तो हमें कमेंट बॉक्स मे कमेंट करके दे सकते है। और आप हमे Instagaram और Pinterest पर भी फॉलो कर सकते है।


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