Waqt Shayari | 70+ मुश्किल वक्त पर शायरी
Waqt Shayari in Hindi – दोस्तों वक्त किसी के भी नियंत्रण में नहीं होता। इसलिए हम आपके लिए Waqt Shayari in Hindi, वक्त पर शायरी लायें है जिनको आपको जरुर पढना चाहे। दोस्तों समय एक ऐसी चीज़ है जो किसी के वश में नहीं होता. अगर आप समय का सम्मान करेंगे तो समय भी आपका सम्मान करेगा लेकिन जो व्यक्ति समय का सम्मान नहीं करता वह बाद में पछताता है। इसलिए हमें अपने समय का उपयोग बहुत ही सोच समझकर करना चाहिए। क्योंकि जो समय बीत गया वह वापस नहीं आता। So, We are sharing the latest collection of Waqt Par Shayari with Images. Feel free to Download and share them on WhatsApp, Facebook, Instagram.
Waqt Shayari in Hindi
आने में थोड़ा वक्त जरूर लगता है,
पर वक्त सबका आता है !
तुझे चाहने वाले कम न होंगे,
वक्त के साथ शायद हम न होंगे,
चाहे किसी को कितना भी प्यार देना,
लेकिन तेरी यादों के हकदार सिर्फ हम ही होंगे !
बुरा वक्त तो सबका आता हैं,
कोई बिखर जाता हैं कोई निखर जाता है !
कितना भी पकड़ो फिसलता जरूर है,
यह वक्त है साहब बदलता जरूर है !
वक्त की यारी तो हर कोई कर लेता है,
मजा तो तब है जब,
वक्त बदले और यार न बदले !
तुझे वक्त के साथ चलना पड़ेगा,
जो बदलेगा रूट तो बदलना पड़ेगा !
वो वक़्त भी बहुत खास होता है,
जब सर पर माता पिता का हाथ होता है।
वक्त पर बेहतरीन शायरी
वक्त दिखाई नहीं देता है,
पर बहुत कुछ दिखा जाता है !
वक्त मौसम और लोगों की एक ही फितरत होती है,
कब कौन और कहाँ बदल जाए कुछ कह नहीं सकते !
कभी वक्त मिला तो जुल्फें तेरी सुलझा दूंगा,
आज उलझा हूं जरा वक्त को सुलझाने में !
वो जो कपडे बदलने का शौक रखते थे,
आखिरी वक्त न कह पाये कफ़न ठीक नही !
आज तेरा वक्त है,
कल मेरा होगा
वो वक्त सी थी जो गुजर गई,
और मैं यादों सा था जो ठहर गया !
बुरे वक्त में जो साथ दे वही होते हैं अपने,
यू बीच राहों में जो साथ छोड़ दे वो नहीं होते हैं अपने !
ए वक्त जरा संभल के चल कुछ बुरे,
लोगो का कहना है कि तू सबसे बुरा है ।
Waqt par shayari
जनाब मालूम नहीं था की ऐसा भी एक वक़्त आएगा,
इन बेवक़्त मौसमों की तरह तू भी क्षणभर में यु बदल जायेगा।
वक़्त लगता है खुद को बनाने मे,
इसलिए वक़्त बर्बाद मत करो किसी को मानाने में।
बेवजह तुम्हें यु याद करना,
बेवजह दोस्तो को यु परेशान करना,
फिजूल ही था तुम पर वक्त बर्बाद करना।
लगा कर हमे आदत अपनी इस मोहब्बत की अब,
कहते हो दूर रहो हमसे मेरे पास वक़्त नही अब।
आँखों की नमी बढ़ गई,
बातों के सिलसिले कम हो गए,
जनाब ये वक़्त बुरा नहीं है,
बुरे तो हम हो गए।
खफा हम किसी से नहीं जनाब बस जरा वक़्त की कमी है,
आसमान में उड़ने का एक ख्वाब है और पैरों तले जमीं है।
आँखो में यु समन्दर लिए किनारे कि तलाश में हूँ,
इस वक्त को वक्त देकर वक्त पाने कि आस में हूँ।
waqt ki shayari
वक़्त लगता है खुद को बनाने मे,
इसलिए वक़्त बर्बाद मत करो किसी को मानाने में।
बेवजह तुम्हें यु याद करना,
बेवजह दोस्तो को यु परेशान करना,
फिजूल ही था तुम पर वक्त बर्बाद करना।
लगा कर हमे आदत अपनी इस मोहब्बत की अब,
कहते हो दूर रहो हमसे मेरे पास वक़्त नही अब
आँखों की नमी बढ़ गई,
बातों के सिलसिले कम हो गए,
जनाब ये वक़्त बुरा नहीं है,
बुरे तो हम हो गए।
खफा हम किसी से नहीं जनाब बस जरा वक़्त की कमी है,
आसमान में उड़ने का एक ख्वाब है और पैरों तले जमीं है।
आँखो में यु समन्दर लिए किनारे कि तलाश में हूँ,
इस वक्त को वक्त देकर वक्त पाने कि आस में हूँ।
वक़्त के साथ वक़्त से ही लड़ रहें है,
वक़्त के ही खेल में वक़्त से आगे निकल रहें है।
इस वक़्त का मारा हु जनाब,
वक़्त पलटने की राह देख रहा हूं,
कभी मै भी शेर था अपने उस जंगल का,
पर आज वक़्त का शिकार हो गया हूं।
bura waqt shayari | बुरा वक्त शायरी
किसी ने पूछा … इस दुनिया में आपका कौन है..
मैंने हंस कर कहा…. वक़्त
अगर वो सही तो सभी अपने..
वरना कोई नहीं
अपने ख़िलाफ बातें, मैं अक्सर खामोशी से सुनता हूँ
जवाब देने का हक, मैने वक्त को दे रखा है
बुरा वक्त तो सबका आता हैं,
कोई बिखर जाता हैं कोई निखर जाता हैं…
वक्त तू कितना भी सता ले हमे लेकिन याद रख,
किसी मोड़ पर तुझे भी बदलने पर मजबूर कर देंगे…
संघर्ष की राहों पर चल कर इंसान सफल हो जाता है,
विश्वास जो होता है खुद में तो समय बदल ही जाता है।
दिल को उदास करने जब तन्हाई आती है
वक्त गुजर जाता है बस यादें साथ निभाती हैं।
धीरे-धीरे सब कुछ संवर जाता है,
वक़्त कितना भी मुश्किल हो गुज़र जाता है।
कभी मचलता था ये दिल आज कल सुधर गया है,
जबसे जिंदगी का अच्छा वक्त गुजर गया है।
कभी मचलता था ये दिल आज कल सुधर गया है,
जबसे जिंदगी का अच्छा वक्त गुजर गया है।
मुश्किल वक्त पर शायरी
सो रही है दुनिया
बस एक सपनों का तलबगार जाग रहा है,
दिन भी छोटे और रातें भी छोटी लगती हैं
वक्त जैसे जिंदगी से भी तेज भाग रहा है।
किसी ने पूछा … इस दुनिया में आपका कौन है..
मैंने हंस कर कहा…. वक़्त
अगर वो सही तो सभी अपने..
वरना कोई नहीं
वक्त आने पर करवा देंगे हदो का एहसास
कुछ तालाब खुद को समंदर समझ बैठे है
समय के साथ बदलने का हुनर तो हर कोई रखता है जनाब
मज़ा तो तब आये जब समय बदल जाए, लेकिन इंसान ना बदले
बुरा वक्त तो सबका आता हैं,
कोई बिखर जाता हैं कोई निखर जाता हैं…
वक़्त बदलने से उतनी तकलीफ नहीं होती,
जितनी किसी अपने के बदल जाने से होती है.
कभी मचलता था ये दिल आज कल सुधर गया है,
जबसे जिंदगी का अच्छा वक्त गुजर गया है।
दुनिया समझती थी बेकार जिसे
वो खोटा सिक्का भी एक दिन चल जायेगा,
मंजिल चुन कर आगे बढ़ चुका हूँ मैं
हौसले बढ़ रहे हैं मेरे, वक्त भी बदल जायेगा।
waqt shayari 2 line
शायद यह वक़्त हम से कोई चाल चल गया,
रिश्ता वफ़ा का और ही रंगों में ढ़ल गया,
अश्क़ों की चाँदनी से थी बेहतर वो धूप ही,
चलो उसी मोड़ से शुरू करें फिर से जिंदगी।
कितना चालक है मेरा यार भी
उसने तोहफे मे घडी तो दी है
मगर कभी वक़्त नहीं दियाइन बेवक़्त मौसमों की तरह तू भी क्षणभर में यु बदल जायेगा।
ऐ बुरे वक्त, जरा अदब से पेश आ,
वक्त नही लगता वक्त बदलने में।
हर वक्त मेरा वहम नहीं जाता,
एक बार और कह दो की तुम मेरे हो।।
हर वक्त मेरा वहम नहीं जाता,
एक बार और कह दो की तुम मेरे हो।
ज़िन्दगी की जरूरतें समझिए वक्त कम है फरमाइश लम्बी हैं,
झूठ-सच, जीत-हार की बातें छोड़िये दास्तान बहुत लम्बी है।।
वक्त बदलते देर नहीं लगती,
ये सब कुछ भुला भी देता है सिखा भी देता है।।
वक्त की धुंध में छुप जाते हैं ताल्लुक,
बहुत दिनों तक किसी की आँख से ओझल ना रहिये।
Waqt Status in Hindi
कौन कहता है कि वक्त बहुत तेज है,
कभी किसी का इंतजार तो करके देखो।।
कितना भी समेट लो हाथों से फिसलता ज़रूर है,
ये वक्त है दोस्तों बदलता ज़रूर है।।
फुर्सत निकालकर आओ कभी मेरी महफ़िल में,
लौटते वक्त दिल नहीं पाओगे अपने सीने में
धीरज का दामन पकड़े पढ़ लेंगे खामोशियों को,
अभी उलझनों में उलझे हैं वक्त लगेगा गिर कर संभलने में।।
आदमी के शब्द नहीं,
वक्त बोलता है।
अभी तो थोडा वक्त हैं,
उनको आजमाने दो,
रो-रोकर पुकारेंगे हमें,
हमारा वक्त तो आने दो…
जब हम रिश्तों के लिए वक़्त नहीं निकाल पाते
तब वक़्त हमारे बीच से रिश्ते को निकाल देता है
समय पर शायरी
ये वक्त गुजरता रहता है,
इंसान भी बदलता रहता है,
संभाल लो खुद को तुम जनाब,
वक्त खुद चीख कर कहता है.
मेरे महबूब की प्यारी बातें,
मेरे हर पल को हसीन बनाती है,
इंतजार भी करता हूं उसका,
उस वक्त को भी सुंदर बनाती है
औरों की मर्जी से कभी जिया नहीं करते,
हम वक्त पर अफसोस किया नहीं करते
दिल खोल कर हंसना तो मैं भी चाहता था,
जिम्मेदारियों के बीच कभी वक्त ही नही मिला.
वक्त की रफ़्तार रुक गयी होती,
शर्म से आँखें झुक गयी होती,
अगर दर्द जानती शम्मा परवाने का,
तो जलने से पहले ही वो बुझ गयी होती
वक्त नहीं लगता दिल को दिल तक आने में,
पर सादिया लग जाती है एक रिश्ता भूलने में
वक्त जैसा भी हो बीतता जरुर है,
आदमी अगर ठान ले तो,